घंटों लैपटॉप और मोबाइल पर करते हैं काम? हो सकती है विजन सिंड्रोम की समस्‍या

घंटों लैपटॉप और मोबाइल पर करते हैं काम? हो सकती है विजन सिंड्रोम की समस्‍या

आजकल लैपटॉप और मोबाइल का इस्तेमाल रोजमर्रा की जिन्दगी का हिस्सा बन गया है। काम के लिए ज्यादातर लोगों को कई घंटों तक मोबाइल या लैपटॉप पर नजरें गड़ाये रखना पड़ता है। इसके अलावा ये मनोरंजन के साधन भी बन गये हैं। इसलिए ऑफिस के काम के बाद भी आंखों को राहत मिलती और लोग सोशल मीडिया, वीडियोज, वेबसीरीज आदि के चक्कर में लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल करते रहते हैं। इस तरह कई बार स्क्रीन टाइम 16 से 20 घंटों तक का हो जाता है। लेकिन ये आंखों के लिए बहुत नुकसानदेह है क्योंकि स्‍क्रीन के बहुत ज्‍यादा एक्‍सपोजर से आंखों में ड्राइनेस की समस्‍या होने लगती है और फिर विजन सिंड्रोम की समस्‍या पैदा हो सकती है।

आम तौर पर स्‍क्रीन पर लगातार काम करने, पलकें कम झपकाने और कॉन्‍टैक्‍ट लेंस के ज्‍यादा समय तक इस्‍तेमाल करने के कारण ये समस्‍या होती है। विजन सिंड्रोम में आंखों में ड्राईनेस होने लगती है। आंखों में ड्राईनेस बढ़ने से इरिटेशन महसूस होती है और चुभन महसूस होती है। इसके अलावा कई बार आंखों के सामने धुंधलापन, खुजली, लालिमा, थकान, एक जगह दो चीजें दिखना, अंधेरा छाने जैसे तमाम लक्षण सामने आ सकते हैं। अगर समय रहते इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो ये परेशानी गंभीर रूप भी ले सकती है।