17 जुलाई को देवशयनी एकादशी, शादियों पर लगेगा विराम
दो माह के इंतजार के बाद सोमवार से फिर विवाह शुरू हो गए। यह विवाह मुहूर्त भी सिर्फ नौ दिन ही रहेंगे। इसके बाद 17 जुलाई से देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लग जाएगा। चार माह के लिए विवाहों पर विराम लग जाएगा। इसके बाद विवाह देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर में ही शुरू होंगे। शहर में 1500 से अधिक जोड़ों के विवाह होंगे। इधर सहालग की खरीदी के लिए बाजारों में रौनक देखी जा रही है।
85 प्रतिशत से अधिक मैरिज गार्डन-होटल, कैटरिंग बुक हो चुके हैं। पंडित विनोद गौतम ने बताया कि इस बार जुलाई माह में विवाह के लिए सबसे खास मुहूर्त नौ, 11, 15 और 16 जुलाई के हैं। इसमें 15 जुलाई को भड़ली नवमी का अबूझ मुहूर्त भी शामिल है। जून दो माह तक गुरु व शुक्र के अस्त रहने की वजह से विवाह मुहूर्त नहीं थे। गुरु ग्रह तीन जून और शुक्र ग्रह 28 जून को उदय हो चुका है।