बिना मुहूर्त के करना है शादी, तो 15 जुलाई का दिन है बेहद खास
ज्योतिष गणना के अनुसार 2 जुलाई को शुक्र के तारे का उदय हो गया है। इससे पहले 1 जून को गुरु के तारे का उदय हो चुका है। विवाह आदि मांगलिक कार्यों के लिए गुरु व शुक्र के तारे का उदय होना आवश्यक है। ऐसे में शुभमांगलिक कार्यों के लिए एक पखवाड़े का समय शेष है।
15 जुलाई को भड़ली नवमी के रूप में विवाह आदि मांगलिक कार्यों के लिए आखिरी बड़ा मुहूर्त है। 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ ही चातुर्मास का आरंभ हो जाएग। इसके बाद मांगलिक कार्यों के लिए चार माह इंतजार करना पड़ेगा।
15 जुलाई को भड़ली नवमी के रूप में विवाह आदि मांगलिक कार्यों के लिए आखिरी बड़ा मुहूर्त है। 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ ही चातुर्मास का आरंभ हो जाएग। इसके बाद मांगलिक कार्यों के लिए चार माह इंतजार करना पड़ेगा।