गलती करता नहीं,बस हो जाती है!

सत्ता के गलियारे से…रवि अवस्थी

** महंगा पड़ा ‘बम का दम’

सियासत में अतिउत्साह भी कई बार महंगा साबित होता है।इंदौर का अक्षय बम प्रकरण इसकी बानगी है। इसे सूरत-2 की स्पर्धा का नतीजा बताया जा रहा है,लेकिन हालात हवन करते हाथ जलने वाले बन गए।
लक्ष्य हासिल हुआ नहीं। पार्टी की किरकिरी हुई तो अपने ही नाराज हो गए।’नोटा’ अलग गले पड़ गया।अब जिम्मेदार सफाई दे रहे हैं कि मैं गलती करता नहीं,बस हो जाती है!

** आम और नीम चढ़ा

कहावत तो करेले को लेकर है,लेकिन राजधानी भोपाल में मंत्री प्रहलाद पटेल के सरकारी बंगले में नीम के पेड़ पर लटक रहे आम ने इस कहावत को बदल दिया। मंत्री जी ने स्वयं ट्वीट कर पुराने हुनरमंद की इस कला की तारीफ की।लेकिन दाद आम को देना चाहिए जिसने नीम की संगत के बाद अपना गुण नहीं बदला।
अब आम का स्वाद चखने वालों को उसकी इस खूबी से सबक मिला या नहीं,यह भविष्य के गर्त में है।

** होम पर नजर
सियासत में कई बार सीधे कान को उल्टे हाथ से पकड़ने की कवायद भी होती है।यानी बात को खुद नहीं दूसरे से कहलवाया जाता है।ऐसा ही कुछ प्रदेश के गृह विभाग को लेकर हो रहा है।

इसकी कमान मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव स्वयं संभाले हुए हैं।कानून-व्यवस्था मामले में सीएम की सख्त मिजाजी जिन्हें रास नहीं आ रही।वे इक्का-दुक्का आपराधिक मामलों को भी सियासी रंग देने व दिलवाने में पीछे नहीं। यहां तक कि विभाग का दायित्व परिवर्तन करने की सलाह भी अब सामने आ रही है। जाहिर है,विभाग विपक्ष को तो मिलना नहीं है।

** तारीफ तो बनती है

कुछ अधिकारी लीक से हटकर काम करने में भरोसा रखते हैं। जो उन्हें अपनी बिरादरी में अलग खड़ा करते हैं। मप्र कैडर में वर्ष 1994 बैच के आईएएस अधिकारी शिव शेखर शुक्ला,2009 बैच के टी.इलैया राजा व वर्ष 2016 बैच की अधिकारी प्रीति यादव ऐसे ही अफसर हैं। मप्र में पर्यटन विभाग की कमान संभाल रहे शुक्ला व राजा ने मप्र पर्यटन विकास निगम के स्थापना दिवस को भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनाया।

इस मौके पर उन्होंने बुजुर्ग,दिव्यांग व गरीबों को निगम के होटल,रिसोर्ट में न केवल मुफ्त भोजन कराया बल्कि कई मनोरंजक कार्यक्रम भी उनके लिए आयोजित किए।यही नहीं,सुबह से देर शाम तक चले इन कार्यक्रमों में निगम के अफसरों ने भी मेहमानों के साथ भागीदारी की।

इसी तरह,जबलपुर नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव ने भीषण गर्मी से लोगों को राहत देने चौराहों पर डिफॉगर लगवाए तो भोपाल सहित अन्य नगरीय निकायों को भी उनका अनुसरण करना पड़ा।बधाई।

** छा गए ललितपुर डीएम

उप्र में वर्ष 2014 बैच के आइएएस अधिकारी व ललितपुर डीएम अक्षय त्रिपाठी 100% मतदान कराने को लेकर देशभर में चर्चा में हैं।अपने बैच की यूपीएससी परीक्षा में चौथे स्थान पर रहे त्रिपाठी की पहल उनके समकक्षों के लिए नजीर बन गई।हुआ यूं कि ललितपुर जिले के सेल्दा गांव में 357 वोटर्स हैं। एक वोटर बेंगलुरु में नौकरी पर है।गांव में सौ फीसद मतदान कराने के इरादे से त्रिपाठी ने वोटर की अपने खर्चे पर बेंगलुरु से वाया भोपाल होते हुए उसके गांव पहुंचने की व्यवस्था की। इस तरह वह अपने इरादे में सफल रहे।

** साख पर लगाया बट्टा

एक मछली समूचे तालाब को कैसे प्रदूषित कर सकती है।सीबीआई के बर्खास्त इंस्पेक्टर राहुल राज व अन्य इसकी बानगी है। जिनके कृत्यों ने न केवल प्रदेश के हजारों नर्सिंग स्टूडेंटस के भविष्य को संकट में डाला बल्कि जांच एजेंसी की साख पर भी बट्टा लगा दिया।