खरगोन मध्य प्रदेश के नर्मदा अंचल की एक और लोकसभा सीट.. इस लोकसभा सीट का गठन 1962 में किया गया था….महाराष्ट्र की सीमा से लगे इस लोकसभा में मुख्य रूप से दो जिले खरगौन व बड़वानी शामिल है…. सतपुड़ा पर्वत की मैकल श्रृंखला वाले यह रमणीक क्षेत्र
ऐतिहासिक रूप से उन्नत होने के साथ ही कपास व मिर्च की खेती के लिए पहचाना जाता है..
खरगौन लोकसभा सीट के लिए चुनाव मप्र के चौथे चरण में यानी 13 मई को होना है..यहां मुकाबला बीजेपी व कांग्रेस के बीच ही है..बीजेपी ने जहां अपने मौजूदा सांसद गजेंद्र पटेल पर भरोसा जताया,वहीं कांग्रेस ने आदिवासी नेता पोरलाल परते को मैदान में उतारा है..सीट के भूगोल की बात करें तो इस सीट के तहत दो जिल खरगोन व बड़वानी आते हैं..दोनों ही जिलों की चार—चार विधानसभा इस सीट का हिस्सा हैं..इनमें खरगोन जिले की कसरावद, महेश्वर,खरगौन व भगवानपुरा तथा बड़वानी जिले की सेंधवा,राजपुर,पानसेमल व बड़वानी शामिल हैं..
खरगौन सीट साल 1962 में अस्तित्व में आई..यहां अब तक लोकसभा के 17 बार चुनाव हुए ..इनमें कांग्रेस सिर्फ छह बार ही जीत का स्वाद चख सकी..शेष 11बार बीजेपी या इसके पूर्ववर्ती संगठन जनसंघ व जनता पार्टी ने चुनाव जीता..यह बताता है कि खरगोन सीट बीजेपी के प्रभाव वाली रही है..यहां पहला चुनाव ही जनसंघ के रामचंद्र बड़े ने जीता था..बड़े 1971 में भी इसी सीट से सांसद चुने गए..जहां तक कांग्रेस की बात तो खरगोन अंचल में सहकारिता के नेता रहे सुभाष यादव व उनके परिवार का यहां खासा प्रभाव रहा..80 के दशक में सुभाष यादव इस सीट से दो बार सांसद चुने गए तो 1999 में उनके समर्थक ताराचंद पटेल व 2007 का उपचुनाव व 2009 का आम चुनाव उनके पुत्र अरुण यादव ने जीता..लेकिन मप्र कांग्रेस की राजनीति में सुभाष यादव व अरुण यादव के कद को हमेशा हाशिए पर रखा गया..इसके चलते कांग्रेस इस सीट पर अपनी पकड़ खोती गई..नतीजा यह हुआ कि बीते एक दशक से यह सीट पुन: बीजेपी के खाते में आ गई..
खरगोन सीट से अब तक चुने गए सांसद
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वर्ष सदस्य दल
1962 रामचन्द्र बड़े जनसंघ
1967 शशि भूषण कांग्रेस
1971 रामचन्द्र बड़े जनसंघ
1977 रामेश्वर पाटीदार जनता पार्टी
1980 सुभाष यादव कांग्रेस
1984 सुभाष यादव कांग्रेस
1989 रामेश्वर पाटीदार बीजेपी
1991 रामेश्वर पाटीदार बीजेपी
1996 रामेश्वर पाटीदार बीजेपी
1998रामेश्वर पाटीदार बीजेपी
1999 ताराचंद पटेल कांग्रेस
2004 कृष्ण मुरारी मोघे बीजेपी
2007^ अरुण यादव कांग्रेस
2009 अरुण यादव कांग्रेस
2014 सुभाष पटेल बीजेपी
2019 गजेंद्र पटेल बीजेपी
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मौजूदा चुनाव में एक बार फिर मुकाबला बीजेपी व कांग्रेस के बीच ही है..छह माह पहले हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे पर गौर करें तो संसदीय क्षेत्र की आठ सीटों में से पांच पर कांग्रेस व तीन पर बीजेपी काबिज है..बीजेपी खरगोन सीट पर भी पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है..जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को अपने पारंपरिक वोट बैंक पर भरोसा है..खरगोन अनुसूचित जन जाति बाहुल्य क्षेत्र है..इसका आकलन इसी बात से किया जा सकता है कि यहां की आठ में से पांच विधानसभा आदिवासी वर्ग के लिए तो एक सीट महेश्वर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है..कसरावद व खरगोन ही मात्र दो सामान्य सीट हैं..इनमें एक बीजेपी तो दूसरी कांग्रेस के पास है..इसके चलते खरगोन लोकसभा सीट ही आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित की गई..खास बात यह कि संसदीय क्षेत्र में बीजेपी व कांग्रेस के अलावा जयस संगठन का भी खासा प्रभाव है..जो अब तक वोट कटुवा साबित हुआ है..और इसका नुकसान कांग्रेस को होता रहा..
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विधानसभा सीटों की वर्तमान स्थिति
विधानसभा काबिज दल
महेश्वर (एससी) बीजेपी
कसरावद (सामान्य) कांग्रेस
खरगोन (सामान्य) बीजेपी
भगवानपुरा(एसटी) कांग्रेस
सेंधवा (एसटी) कांग्रेस
राजपुर (एसटी) कांग्रेस
पानसेमल (एसटी) बीजेपी
बड़वानी (एसटी) कांग्रेस
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पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिहाज से इस सीट पर भले ही कांग्रेस को बढ़त हासिल है..लेकिन दूसरी ओर लोकसभा चुनाव में मोदी का चेहरा बड़ा मुद्दा है.. जिससे कांग्रेस अब पिछड़ती हुई दिख रही है..अगर लोकसभा सीट के आंकड़ों को भी देखा जाए तो 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को खरगौन लोकसभा सीट के आठ विधानसभा सीटों मे से एक भी सीट नहीं मिली थी.. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के गजेंद्र पटेल 2 लाख से अधिक वोटों से जीते थे…सीट के जातिगत समीकरण की बात करें तो खरगौन सीट में सर्वाधिक मतदाता भिलाला और बारेला हैं.. लोकसभा क्षेत्र में भिलाला वोटर्स की संख्या लगभग 4 लाख है.. वहीं बारेला समुदाय के मतदाताओं की संख्या 6 लाख व दो लाख मुस्लिम मतदाता हैं.. इनके अलावा पाटीदार,गुर्जर,दलित व यादव के साथ सवर्ण वोटर्स की भी बड़ी संख्या है..मतदाताओं को साधने दोनों ही दलों के बड़े नेता पीएम नरेंद्र मोदी व राहुल गांधी दोनों ही बड़ी जनसभाएं कर चुके हैं..Janprachar.com के लिए रवि अवस्थी की रिपोर्ट…
ग्राफिक्स
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कुल मतदाता 20,39,065
पुरुष वोटर्स 10,20,945
महिला वोटर्स 10,18,092
अन्य 028
भिलाला 4 लाख
बारेला 6 लाख
मुस्लिम 2 लाख
सवर्ण 8 लाख
कुल प्रत्याशी 5
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खरगोन में जीत हासिल करने दोनों ही दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है…लेकिन मतदाता मौन है..जो अपना फैसला 13 मई को ईवीएम में कैद करेगा..इसका खुलासा 4 जून को होगा..खरगौन में किसके सिर सजेगा ताज..इसके लिए नतीजों का करना होगा इंतजार..विशेष पेशकश में फिलहाल इतना ही..मुझे दीजिए इजाजत..नमस्कार।
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