पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल पर हमले के ठीक 9 महीने बाद तहरीक-ए-तालिबान ने फिर बड़ा हमला किया है। शुक्रवार सुबह पेशावर के इंकलाब रोड पर एयरफोर्स कैम्प के अंदर 7 से 10 तालिबान आतंकी घुस गए। उन्होंने फायरिंग कर पाकिस्तानी एयरफोर्स के दो जवानों की जान ले ली। जवाबी कार्रवाई में 8 आतंकी मारे गए।
आतंकियों और सिक्युरिटी फोर्स के बीच एयरफोर्स कैम्प के अंदर फायरिंग जारी है। अब तक 12 छोटे ब्लास्ट होने की भी खबर है। कम से कम 20 लोग घायल हो गए। इनमें क्विक रिस्पॉन्स फोर्स का ऑफिसर भी है। उधर, हमले के तुरंत बाद इस्लामाबाद से पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ पेशावर के लिए रवाना हो गए हैं।
इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर-जनरल मेजर जनरल असीम बाजवा ने ट्वीट करके बताया कि सिक्युरिटी फोर्स और आतंकियों के बीच फायरिंग जारी है। हमला 7 से 10 आतंकियों ने हमला किया। आतंकियों ने सबसे पहले गार्ड रूम पर हमला किया। क्विक रिएक्शन फोर्स (QRF) मौके पर पहुंच गई और एरिया को सील कर दिया।
चश्मदीद ने कहा
एयरफोर्स कैम्प के पास ही रहने वाले मुकम्मल शाह ने कहा- हम अब तक करीब 12 धमाकों की आवाज सुन चुके हैं। लगातार ब्लास्ट हो रहे हैं और फायरिंग चल रही है। पेशावर पुलिस ने भी ब्लास्ट होने की पुष्टि की है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के स्पोक्सपर्सन मोहम्मद खुरासानी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। खुरासानी ने जर्नलिस्ट्स को ईमेल भेजकर यह दावा किया।
एयरफोर्स का यह कैम्प
पाकिस्तानी एयरफोर्स का यह कैम्प इंकलाब रोड पर बड़ाबेर के पास है। यह सेमी ऑटोनॉमस फ्रंटीयर रीजन है जो पेशावर और कोहट के बीच स्थित है। यहां इसलिए तनाव रहता है क्योंकि कबीलों इलाकों और बाकी रिहाइशी इलाकों के बीच बफर जोन को लेकर विवाद होते रहते हैं। 16 अगस्त 2012 को कामरा स्थित पाकिस्तान एयरफोर्स बेस पर आतंकियों ने रॉकेट, ग्रेनेड और ऑटोमैटिक वेपन्स से हमला कर दिया था। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान ने ली थी।